क्या हैं PM Dhan Dhanya Krishi Yojana? जाने कैसे मिलेगा किसानो को लाभ!

PM Dhan Dhanya Krishi Yojana: शनिवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2025-26 का आम बजट पेश किया। इस बजट में सबसे पहली घोषणा किसानों के लिए की गई। वित्त मंत्री ने अन्न दाताओं को तोहफा देते हुए किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट को ₹3 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख कर दी और साथ ही ‘प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना’ का भी ऐलान किया।

PM Dhan Dhanya Krishi Yojana क्या है?

वित्त मंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत राज्य सरकारों के सहयोग से देशभर के 100 ऐसे जिलों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जहां कृषि उत्पादकता कम है। इस योजना का उद्देश्य इन क्षेत्रों में कृषि उत्पादन बढ़ाना है। इससे करीब 1.7 करोड़ किसान लाभान्वित होंगे।

इस योजना के तहत किसानों को कृषि उपकरण, बीज और उर्वरक खरीदने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ाए जाएंगे। योजना के तहत किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे, जिससे कृषि क्षेत्र के विकास को बढ़ावा मिलेगा और ग्रामीण क्षेत्रों में समृद्धि आएगी।

किसानों को कैसे मिलेगा लाभ?

इस योजना के तहत किसानों को कई प्रकार से सहायता मिलेगी। सबसे पहले, भंडारण और सिंचाई की सुविधाओं को विकसित किया जाएगा, जिससे किसानों को अपनी फसल को बेहतर तरीके से स्टोर करने और सिंचाई में मदद मिलेगी। इसके अलावा, किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराए जाएंगे, जो उनके कृषि उत्पादन को बढ़ाने में मदद करेंगे।

कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए उर्वरकों की आपूर्ति भी सुनिश्चित की जाएगी, ताकि किसानों को उनकी फसलों के लिए सही उर्वरक मिल सके। वित्त मंत्री ने बताया कि योजना के तहत किसानों को ट्रैक्टर, पंप सेट जैसे कृषि उपकरणों के लिए आर्थिक सहायता भी दी जाएगी। इसका मुख्य लाभ छोटे और सीमांत किसानों को होगा, जो अपनी कृषि को बेहतर बनाने के लिए संसाधनों की कमी महसूस करते हैं।

इसके अलावा, इस योजना के तहत महिला किसानों को कृषि क्षेत्र में अधिक सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इससे महिला किसानों को अपनी कृषि से आय बढ़ाने का एक नया मौका मिलेगा।

योजना की प्रमुख विशेषताएं

  • उत्पादकता में वृद्धि: इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन जिलों में कृषि उत्पादकता को बढ़ाना है, जहां उत्पादन कम है। इसके लिए राज्य सरकारों के साथ मिलकर कई योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाएगा।
  • आर्थिक सहायता: किसानों को कृषि उपकरण, बीज और उर्वरक खरीदने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे उनकी कृषि कार्यों को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
  • तकनीकी प्रगति: कृषि में तकनीक का उपयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। आधुनिक कृषि उपकरणों का उपयोग उत्पादकता को बढ़ाएगा।
  • सिंचाई और भंडारण सुविधाएं: सिंचाई और भंडारण सुविधाओं का विकास किया जाएगा, जिससे किसानों को फसल के नुकसान से बचने और पानी की अधिकतम बचत करने में मदद मिलेगी।
  • सीमांत किसानों को सहायता: योजना का मुख्य उद्देश्य सीमांत किसानों को लाभ पहुंचाना है, जिन्हें आमतौर पर संसाधनों की कमी होती है।
  • महिलाओं को प्रोत्साहन: महिलाओं को कृषि क्षेत्र में आने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, ताकि वे भी अपनी कृषि से आय बढ़ा सकें।
  • ग्रामीण क्षेत्रों का विकास: इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में कई आय-संवर्धन के अवसर बनाए जाएंगे, ताकि किसानों को आर्थिक समस्याओं का सामना न करना पड़े।
  • रोजगार के अवसर: इस योजना से कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगा।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना किसानों को कृषि उपकरण, बीज, उर्वरक और अन्य संसाधनों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।

इसके अलावा, इस योजना के तहत सिंचाई, भंडारण और तकनीकी सुधार पर भी ध्यान दिया जाएगा, जो किसानों की उत्पादन क्षमता को बढ़ाएगा। यह योजना विशेष रूप से सीमांत किसानों, महिला किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए फायदेमंद साबित होगी। कृषि क्षेत्र को प्रौद्योगिकी से समृद्ध करके इसे “विकास का पहला इंजन” बनाने का लक्ष्य रखा गया है।

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