Made In India Chip: जल्द आएगा देश का खुद का मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम और एआई चिप!

Made In India Chip: आज के समय में भारत में मोबाइल फोन का उपयोग बहुत तेजी से बढ़ रहा है। स्मार्टफोन अब सिर्फ एक साधारण उपकरण नहीं रह गया है, बल्कि यह लोगों के जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। भारत न केवल स्मार्टफोन उपयोग के मामले में आगे बढ़ रहा है, बल्कि स्मार्टफोन निर्माण का एक बड़ा केंद्र भी बन गया है। लेकिन एक चीज़ जो अभी भी भारत के पास नहीं है, वह है अपना खुद का मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम (OS)।

भारत का खुद का मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम | Made In India Chip

भारत लंबे समय से अपना खुद का ऑपरेटिंग सिस्टम विकसित करने की कोशिश कर रहा है। इसी दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने देश की प्रमुख टेक कंपनियों जैसे टीसीएस, इन्फोसिस और विप्रो को एक नया मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने की चुनौती दी है। सरकार चाहती है कि भारत के पास अपना एक ऐसा सिस्टम हो, जो पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो और किसी विदेशी कंपनी पर निर्भर न रहे।

सरकार का पूरा सहयोग

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह साफ किया कि अगर भारतीय टेक कंपनियां इस दिशा में कदम बढ़ाती हैं, तो सरकार उनकी हर संभव मदद करेगी। उन्होंने कहा कि भारत को अब डिजिटल क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है। सरकार टेक कंपनियों को आर्थिक और तकनीकी रूप से हर तरह का सहयोग देने को तैयार है ताकि भारत का अपना ऑपरेटिंग सिस्टम जल्द से जल्द विकसित हो सके।

भारत का पहला एआई चिप जल्द होगा लॉन्च

भारत अब केवल स्मार्टफोन और ऑपरेटिंग सिस्टम तक सीमित नहीं रहना चाहता। सरकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में भी दुनिया में लीडर बनने के लिए तेजी से काम कर रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार पांच नए एआई यूनिट्स स्थापित कर रही है, जिससे भारत इस क्षेत्र में आगे बढ़ सके।

उन्होंने यह भी घोषणा की कि जल्द ही भारत का पहला मेड इन इंडिया एआई चिप लॉन्च किया जाएगा। यह चिप पूरी तरह से भारत में विकसित होगी और इसका उपयोग विभिन्न एआई परियोजनाओं में किया जाएगा। इसके अलावा, सरकार एक एआई पोर्टल भी लॉन्च करने वाली है, जिससे शोधकर्ता, स्टार्टअप्स और सरकारी एजेंसियां जीपीयू (GPU) और अन्य एडवांस्ड कंप्यूटिंग संसाधनों का उपयोग कर सकेंगी।

12 महीनों में भारत का खुद का एआई मॉडल

केंद्र सरकार ने 14,000 जीपीयू (GPU) की सुविधा शुरू करने का निर्णय लिया है, जो रिसर्चर्स, स्टूडेंट्स और स्टार्टअप्स के लिए उपलब्ध होगा। इसका मुख्य उद्देश्य भारत में एआई मॉडल और एल्गोरिदम की टेस्टिंग को बढ़ावा देना है।

मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार अगले 12 महीनों में अपना खुद का एआई मॉडल तैयार कर लेगी। इससे भारत न केवल एआई में आत्मनिर्भर बनेगा, बल्कि यह दुनिया में एक नई पहचान भी बनाएगा। सरकार ने 2047 तक भारत को टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में विश्वगुरु बनाने का लक्ष्य रखा है, और इसके लिए एआई एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

BharOS: भारत का पहला खुद का ऑपरेटिंग सिस्टम

भारत ने अपना खुद का मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। IIT मद्रास द्वारा विकसित BharOS नामक ऑपरेटिंग सिस्टम को देश में जल्द ही लॉन्च किया जा सकता है।

BharOS को JandK Operations Private Limited (JandKops) द्वारा बनाया गया है। यह एक स्वदेशी मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसे भारतीय उपयोगकर्ताओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है। यह विदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम पर निर्भरता को कम करेगा और भारत को डिजिटल रूप से आत्मनिर्भर बनाएगा।

भारत में मोबाइल और एआई क्रांति का भविष्य

भारत तेजी से डिजिटल युग की ओर बढ़ रहा है। जहां एक ओर स्मार्टफोन निर्माण के क्षेत्र में देश एक बड़ा नाम बन चुका है, वहीं दूसरी ओर सरकार अब ऑपरेटिंग सिस्टम और एआई मॉडल विकसित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

सरकार के इन प्रयासों से भारत जल्द ही टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक वैश्विक शक्ति बन सकता है। आने वाले वर्षों में भारत न केवल अपना खुद का ऑपरेटिंग सिस्टम और एआई मॉडल बनाएगा, बल्कि यह दुनिया को नई तकनीकों में भी नेतृत्व प्रदान करेगा। 

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