1 फरवरी से इन ट्रांजेक्शंस पर लगेगा ब्लॉक, NPCI ने बदले नियम, जानें नया अपडेट! UPI Transaction News

UPI Transaction News: भारत में डिजिटल पेमेंट का तरीका बदलने में UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) ने अहम भूमिका निभाई है। यह सुविधा तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक है। लेकिन अब UPI यूजर्स के लिए एक बड़ा अपडेट आया है। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने 1 फरवरी 2024 से UPI ट्रांजेक्शन ID से जुड़े नए नियम लागू किए हैं।

इन नियमों के अनुसार, ट्रांजेक्शन ID में अब स्पेशल कैरेक्टर (जैसे @, #, $, %, आदि) का उपयोग नहीं किया जा सकेगा। अगर कोई UPI ऐप या बिजनेस इस नियम का पालन नहीं करता है, तो उसका ट्रांजेक्शन कैंसिल कर दिया जाएगा।

यह बदलाव क्यों किया गया है और इसका क्या असर पड़ेगा, आइए विस्तार से जानते हैं।

NPCI का नया नियम क्या है?

NPCI ने घोषणा की है कि 1 फरवरी 2024 से UPI ट्रांजेक्शन ID में सिर्फ अल्फान्यूमेरिक कैरेक्टर (A-Z, a-z, 0-9) का ही उपयोग किया जाएगा। इसका मतलब है कि अब ID में कोई भी विशेष चिह्न जैसे @, #, $, % आदि नहीं होंगे। यह नियम सभी UPI ऐप्स और बिजनेस यूजर्स के लिए अनिवार्य होगा।

अगर कोई ऐप या व्यापारी इस नियम का पालन नहीं करता है, तो UPI सेंट्रल सिस्टम उस ट्रांजेक्शन को कैंसिल कर देगा, जिससे पेमेंट पूरा नहीं हो पाएगा।

यह बदलाव क्यों किया जा रहा है?

इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य UPI ट्रांजेक्शन ID प्रणाली को सरल और एकरूप बनाना है। पहले, अलग-अलग ऐप्स और बिजनेस अपनी ट्रांजेक्शन ID बनाने के लिए अलग-अलग फॉर्मेट का इस्तेमाल करते थे। इनमें स्पेशल कैरेक्टर, अल्फान्यूमेरिक कैरेक्टर और अन्य कैरेक्टर शामिल होते थे। इस विविधता के कारण UPI सिस्टम में असंगति (इनकॉन्सिस्टेंसी) की समस्या आ रही थी।

NPCI ने इस समस्या को दूर करने के लिए ट्रांजेक्शन ID को एक स्टैंडर्ड फॉर्मेट में बदलने का निर्णय लिया है। इससे सिस्टम अधिक कुशल और तेज होगा, जिससे पेमेंट प्रोसेसिंग में भी सुधार आएगा।

UPI यूजर्स पर इसका क्या असर पड़ेगा?

अगर आप किसी ऐसे UPI ऐप का उपयोग कर रहे हैं जो अभी भी ट्रांजेक्शन ID में स्पेशल कैरेक्टर का उपयोग करता है, तो 1 फरवरी 2024 के बाद आपका ट्रांजेक्शन फेल हो सकता है। इसका मतलब है कि आपको दोबारा पेमेंट करने की जरूरत पड़ सकती है।

हालांकि, अगर आप Google Pay, PhonePe, Paytm जैसे प्रमुख UPI ऐप्स का उपयोग करते हैं, तो चिंता की कोई बात नहीं है। ये ऐप्स पहले ही NPCI के नए नियमों का पालन कर रहे हैं।

बिजनेस यूजर्स के लिए यह बदलाव क्यों जरूरी है?

यह नया नियम मुख्य रूप से उन बिजनेस यूजर्स को प्रभावित करेगा जो UPI पेमेंट सिस्टम का उपयोग करते हैं। अगर आपका बिजनेस ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करता है, तो आपको अपने सिस्टम को अपडेट करना होगा ताकि स्पेशल कैरेक्टर का उपयोग बंद हो जाए।

अगर आप अपने सिस्टम को अपडेट नहीं करते हैं, तो आपके ग्राहकों का पेमेंट फेल हो सकता है। इससे बिजनेस पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और ग्राहक असंतुष्ट हो सकते हैं।

नए नियमों के साथ कैसे अपडेट रहें?

अगर आप UPI यूजर हैं: सुनिश्चित करें कि आप जिस ऐप का उपयोग कर रहे हैं, वह NPCI के नए नियमों का पालन कर रहा है। अगर कोई पेमेंट फेल होता है, तो तुरंत ऐप की कस्टमर सपोर्ट टीम से संपर्क करें।

अगर आप बिजनेस यूजर हैं: अपने सिस्टम को तुरंत अपडेट करें। ट्रांजेक्शन ID जनरेशन प्रक्रिया में स्पेशल कैरेक्टर को हटा दें।

अगर कोई ऐप या बिजनेस नए नियमों का पालन नहीं कर रहा है: NPCI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इसकी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

निष्कर्ष

NPCI का यह नया नियम UPI सिस्टम को और अधिक सुरक्षित, कुशल और मानकीकृत बनाने के लिए लागू किया गया है। यह सुनिश्चित करेगा कि सभी ट्रांजेक्शन एक समान प्रारूप में हों और सिस्टम में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो।

अगर आप UPI यूजर हैं, तो इस बदलाव से अवगत रहें और सुनिश्चित करें कि आपका पेमेंट ऐप नए नियमों के अनुसार काम कर रहा है। वहीं, बिजनेस यूजर्स को जल्द से जल्द अपने सिस्टम को अपडेट करना चाहिए ताकि उनके ग्राहकों को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े।

क्या आपको यह जानकारी उपयोगी लगी? इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें ताकि वे भी NPCI के नए नियमों के बारे में जागरूक हो सकें।

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