Zomato Eternal: गुरुवार को शेयरधारकों को लिखे एक पत्र में ज़ोमैटो के संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल ने बताया कि कंपनी के बोर्ड ने ज़ोमैटो का नाम बदलने की मंजूरी दे दी है। उन्होंने सभी शेयरधारकों से इस बदलाव का समर्थन करने की अपील भी की।
Zomato Eternal | नाम बदलने के बाद क्या होगा बदलाव?
अगर यह प्रस्ताव मंजूर हो जाता है, तो कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट zomato.com से बदलकर eternal.com हो जाएगी। इसके अलावा, शेयर बाजार में ज़ोमैटो का स्टॉक टिकर ZOMATO से बदलकर ETERNAL हो जाएगा। गोयल ने बताया कि नई कंपनी “Eternal” चार बड़े बिजनेस को संभालेगी – ज़ोमैटो, ब्लिंकिट, डिस्ट्रिक्ट और हाइपरप्योर।
फूडिबे से ज़ोमैटो तक का सफर
दीपिंदर गोयल ने अपने पत्र में ज़ोमैटो की शुरुआत के दिनों को याद करते हुए बताया कि साल 2007 में कंपनी की स्थापना “फूडिबे” (Foodiebay) के नाम से हुई थी। 17 साल बाद, ज़ोमैटो भारत की पहली ऐसी स्टार्टअप कंपनी बनी, जिसे बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) में शामिल किया गया। ज़ोमैटो ने 23 दिसंबर 2023 को सेंसेक्स में एंट्री की थी।
“ज़ोमैटो पैसों के लिए नहीं शुरू किया था”
दीपिंदर गोयल ने अपने पत्र में लिखा कि ज़ोमैटो ने न केवल उन्हें बल्कि कर्मचारियों, संस्थागत निवेशकों और खुदरा शेयरधारकों को भी काफी आर्थिक लाभ पहुंचाया है। हालांकि, उन्होंने यह बिजनेस सिर्फ पैसा कमाने के लिए शुरू नहीं किया था।
उन्होंने बताया कि एक वीकेंड पर उन्होंने शहर में घूमकर रेस्तरां के मेनू इकट्ठे किए और उन्हें एक वेबसाइट पर अपलोड कर दिया। यह उन्होंने सिर्फ सेवा के उद्देश्य से किया था, न कि व्यवसाय शुरू करने के लिए। उन्हें यह कभी नहीं लगा था कि यह एक बड़ा बिजनेस बन सकता है।
“एटरनल” नाम का उपयोग पिछले दो साल से हो रहा था
जब ज़ोमैटो ने ब्लिंकिट (Blinkit) को खरीदा था, तब कंपनी ने “ज़ोमैटो” के बजाय “एटरनल” (Eternal) शब्द का आंतरिक रूप से उपयोग शुरू किया था ताकि कंपनी और ब्रांड/ऐप के बीच अंतर किया जा सके।
ब्लिंकिट के बाद एटरनल नाम का फैसला क्यों?
दीपिंदर गोयल ने बताया कि उन्होंने यह तय किया था कि जब भी ज़ोमैटो के अलावा कोई और बिजनेस उनकी कंपनी के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने लगेगा, तब वे सार्वजनिक रूप से कंपनी का नाम बदल देंगे। उन्होंने कहा, “आज, ब्लिंकिट के साथ, मुझे लगता है कि वह समय आ गया है।”
‘एटरनल’ नाम को लेकर क्या सोचते हैं गोयल?
दीपिंदर गोयल ने कहा कि वे ज़ोमैटो लिमिटेड का नाम बदलकर “एटरनल लिमिटेड” करना चाहते हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि “एटरनल” नाम बहुत शक्तिशाली है और यह उन्हें अंदर तक डरा देता है। उनके अनुसार, यह एक बड़ा नाम है, जिसे सार्थक बनाना आसान नहीं होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि “एटरनल” नाम अपने साथ एक वादा और एक विरोधाभास लेकर आता है। सच्ची स्थिरता या स्थायित्व, सफलता के दावे या अजेयता की सोच से नहीं आती।
निष्कर्ष
ज़ोमैटो अपने नए नाम “एटरनल” के साथ एक नए अध्याय की शुरुआत करने जा रही है। इस बदलाव से कंपनी की पहचान और विस्तार को और मजबूती मिलेगी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि यह नाम बदलाव कंपनी के भविष्य को कैसे प्रभावित करता है।
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